कभी-कभी मेरा हाथ थामे साथ चलते-चलते तुम्हारी निगाह कहीं शून्य में अटक जाती है। कभी-कभी मेरा हाथ थामे साथ चलते-चलते तुम्हारी निगाह कहीं शून्य में...
मैं भी भारत तू भी भारत, मैं और तुम में सिमटता भारत, मैं भी भारत तू भी भारत, मैं और तुम में सिमटता भारत,
""मैं एक मजदूर हूं "" (लॉकडाउन के दौरान) ""मैं एक मजदूर हूं "" (लॉकडाउन के दौरान)
तुमसे दूर तुमसे दूर
कहते हैं कि उनको वक़्त नही मिलता मिलना तो दूर, फोन पर बात करना भूल गए। कहते हैं कि उनको वक़्त नही मिलता मिलना तो दूर, फोन पर बात करना भूल गए।
बचपन की होती है हर बात निराली, हर रोज ही होली है हर रात दिवाली। बचपन की होती है हर बात निराली, हर रोज ही होली है हर रात दिवाली।